नई दिल्ली: शाहिद कपूर और मृणाल ठाकुर अपनी आने फिल्म जर्सी के प्रचार के लिए आज भारत की राजधानी दिल्ली में नजर आए। दोनो टैलेंटेड कलाकारों की ये मूवी 14 अप्रैल को रिलीज होने के लिए तैयार है। दिल्ली में अपनी पहली प्रेस कांफ्रेंस में दोनो एक्टर्स ने कही सवालों के अनोखे अंदाज में जवाब दिए। शाहिद कपूर मस्ती के अंदाज में नजर आए और प्रेस वार्तालाप के शुरु होते ही शाहिद दिल्ली की भीषण गर्मी के लिए कहा, “जब हम फोटोशूट के लिए बाहर निकले तो यहां लू चल रही थी, यह दिल्ली की गर्मी है।”
दोनों अभिनेताओं ने फिल्म के बारे में अधिक जानकारी साझा की ओर कहा । “यह एक बहुत ही भावनात्मक फिल्म है। जब मैंने फिल्म (तेलुगु संस्करण) देखी, तो मुझे लगा कि उत्तर भारतीय दर्शकों को यह कहानी देखनी चाहिए क्योंकि कहानी ही इस फिल्म की असली नायक है। यह एक बहुत ही रिलेटेबल कहानी है। शाहिद ने कहा मैंने कभी भी एक पिता की भूमिका नहीं निभाई हैं जो फिल्म में एक क्रिकेटर भी है। जब आप फिल्म देखेंगे तो हर कोई किरदारों से खुद को रिलेट करेगा।

फिल्म में अपनी भूमिका के बारे में अभिनेत्री मृणाल ठाकुर ने कहा, “मै एक ऐसी लड़की की भूमिका निभा रही हूं, जो हैदराबाद की है, वह तेलुगु बोलती है और अपने परिवार के साथ चंडीगढ़ में रहती है। उसने ठान लिया है कि परिस्थिति कैसी भी हो, वह अपने परिवार को सपोर्ट करेगी। वह बहुत ही वप्रैक्टिकल लड़की है। मुझे इस किरदार को निभाने में बड़ा मजा आया क्योंकि मुझे पता था कि हर लड़की जो इस किरदार को देखेगी, उसे इस किरदार में अपनी छवि मिलेगी।”
जर्सी मूवी अपने तेलुगु संस्करण से कितनी अलग होगी, इस पर शाहिद ने कहा, “जब मैंने कबीर सिंह की थी, तो अर्जुन रेड्डी के कई हिंदी डब संस्करण मौजूद थे, और लोगों ने कहा था कई लोगों ने ये फिल्म देखी है। जब हमने कबीर सिंह को रिलीज़ किया, तो इसने बहुत अच्छा काम किया। मुझे लगता है कि हमारे पास काफी सीमित कहानियां हैं और जब आप एक नई फिल्म (या रीमेक) बनाते हैं, तो आपको बहुत से फैक्टर्स का ध्यान रखना पड़ता है |

जब मृणाल से पूछा गया कि टीवी शो से फिल्मों में अपने परिवर्तन के बारे में वह कैसा महसूस करती हैं? उन्होंने कहा, “यह एक बहुत ही दिलचस्प यात्रा रही है और मुझे बहुत गर्व है कि मुझे अवसर मिले और इतने सारे फिल्म निर्माताओं ने मुझमें विश्वास दिखाया। मुझे अच्छा किरदार निभाने की हमेशा से ही चाह थी। मेरे लिए, टीवी शो या फिल्म के लिए एक्टिंग करने में कोई अंतर नहीं है, वे सिर्फ दो अलग अलग प्लेटफॉर्म हैं। बहुत कम फिल्म निर्माता होते हैं जो स्टीरियोटाइप को तोड़ना चाहते हैं और एक टीवी अभिनेता को मौका देना चाहते हैं। मुझे बहुत अच्छा लगता है जब टीवी कलाकार आते हैं और मुझसे कहते हैं कि ‘मृणाल आप हमारे लिए एक मिसाल कायम कर रही हैं’।