दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की क्राइम ब्रांच ने स्नैचिंग (snatching) मामले में बड़ा खुलासा किया है. दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने उन 15 पुलिस स्टेशनों की पहचान की है, जहां सबसे अधिक स्नैचिंग (छिनतई) के केस सामने आते हैं. इन 15 पुलिस स्टेशनों में पांच पुलिस स्टेशनों- शास्त्री पार्क (63 मामले), नंद नागरी (41), भजनपुरा (36), न्यू उस्मानपुर (2 9), और ज्योति नगर (28) पर इस साल मार्च तक सबसे अधिक स्नैचिंग केस दर्ज किए गए हैं. ये पांचों थाने पूर्वोत्तर जिले के तहत आते हैं.शनिवार को एक अपराध समीक्षा बैठक में पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने समीक्षा की और अपराध के उपायों पर चर्चा की. पिछले महीने की अपराध की घटनाओं की समीक्षा करते समय राकेश अस्थाना ने पाया कि 24 फरवरी-23 फरवरी के बीच 753 घटनाएं हुईं. जबकि पिछले साल इसी अवधि में 782 घटनाएं हुईं थीं. पिछले साल की तुलना में स्नैचिंग के मामलों में गिरावट आई है. अगर जिलेवार डेटा को देखा जाए तो 107 (पिछले वर्ष) की तुलना में पूर्वोत्तर दिल्ली में 101 घटनाएं हुईं. पूर्वी दिल्ली में पिछले साल जहां 77 घटनाएं हुईं, इस बार यह आंकड़ा 74 है. 38 की तुलना में द्वारका में 61 घटनाएं हुईं.एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने कहा कि पूर्वोत्तर जिला पुलिस द्वारा किए गए विश्लेषण में पाया गया कि स्नैचिंग की कुल पंजीकृत घटनाओं में से 85% से अधिक में स्नैच की गई संपत्ति एक मोबाइल फोन है और लोगों की भारी आवाजाही होने पर ये घटनाएं शाम 6 बजे से रात 2 बजे के बीच की गईं. भीड़-भाड़ वाले इलाके होने की वजह से मोबाइल यूजर्स, स्नैचर्स के सॉफ्ट टारगेट होते हैं.इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि पूर्वोत्तर जिले के डीसीपी संजय सेन ने कहा कि उन्होंने पिछले साल की तुलना में कई निवारक कदम उठाए हैं और उनके स्नैचिंग के मामलों में कमी आई है. नए उस्मानपुर पुलिस थाने और शास्त्री पार्क पुलिस स्टेशन के बीच सीमा विवाद का मुद्दा था, जिसे हमने हल कर लिया है. इतना ही नहीं, यमुना खदर में झाड़ियों की वजह से भी ऐसी घटनाएं ज्यादा हुईं. हमने पाया है कि ज्यादातर मामलों में आरोपी झाड़ियों में भागने में कामयाब रहे. हमने उस क्षेत्र से सभी झाड़ियों को हटा दिया है. स्ट्रीट लाइट के लिए हम संबंधित विभाग के साथ समन्वय कर रहे हैं.